चाँद तारों की कहाँ बात करता है ग़ालिब
पहले इस ज़मीन को प्यार करना तो सीखले
दूर से तो हर कोई खूबसूरत लगता है
जो है करीब उसे पहचानना तो सीखले
चाँद की रौनक में मोहब्बत है ज़रूर
पर ज़मीन की खुशबू कुछ और है
तारों की चमक में सुकून है ज़रूर
पर यहाँ हवा की कशिश कुछ और है
पहले इस ज़मीन को प्यार करना तो सीखले
दूर से तो हर कोई खूबसूरत लगता है
जो है करीब उसे पहचानना तो सीखले
चाँद की रौनक में मोहब्बत है ज़रूर
पर ज़मीन की खुशबू कुछ और है
तारों की चमक में सुकून है ज़रूर
पर यहाँ हवा की कशिश कुछ और है
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