या तो आसमां सम्पूर्ण है
या फिर मैं अधूरा
या तो सूरज रौशन है
या फिर मैं अंधेरा
या तो समंदर विशाल है
या फिर मैं हूँ छोटा
या तो हवा में जीवन है
या फिर मैं मुर्दा
या तो जल में तृप्ती है
या फिर मुझमें तृष्णा
या तो भोजन में ताक़त है
या फिर मैं भूखा
या तो जीवन मुक्त है
या फिर मैं बंदी
या तो पैसों में अमीरी है
या फिर मैं ग़रीब
या तो खुदा मुझसे दूर है
या फिर मैं खुद्के करीब
या फिर मैं अधूरा
या तो सूरज रौशन है
या फिर मैं अंधेरा
या तो समंदर विशाल है
या फिर मैं हूँ छोटा
या तो हवा में जीवन है
या फिर मैं मुर्दा
या तो जल में तृप्ती है
या फिर मुझमें तृष्णा
या तो भोजन में ताक़त है
या फिर मैं भूखा
या तो जीवन मुक्त है
या फिर मैं बंदी
या तो पैसों में अमीरी है
या फिर मैं ग़रीब
या तो खुदा मुझसे दूर है
या फिर मैं खुद्के करीब
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