एक नानी अपने नाती को चलना सिखा रही थी
बुढ़ापा बचपन को दिशा दे रहा था
ज्ञानी अज्ञानी का मार्गदर्शन कर रहा था
सूर्यास्त सूर्योदय को प्रकाश की परिभाषा सिखा रहा था
बुढ़ापा बचपन को दिशा दे रहा था
ज्ञानी अज्ञानी का मार्गदर्शन कर रहा था
सूर्यास्त सूर्योदय को प्रकाश की परिभाषा सिखा रहा था
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